समापन समारोह में संसदीय सचिव विनोद करेंगे विजयी प्रतिभागियों पुरस्कृत
महासमुंद। जिला शतरंज संघ के तत्वावधान में आयोजित छग स्टेट सीनियर ओपन फीडे रेटिंग तीन दिवसीय शतरंज स्पर्धा का आज शाम संसदीय सचिव व विधायक विनोद चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर समापन होगा।
कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर के मागदर्शन में आयोजित राज्य चयन स्पर्धा में 16 जिले के 116 महिला एवं पुरुष खिलाड़ी हिस्सा लेने आए हैं। स्पर्धा क्लासिक फॉर्मेट से 8 राऊंड में अंतरराष्ट्रीय नियमानुसार स्वीस लीग पद्धति से खेला जा रहा हैं, जिसमें प्रथम 4 खिलाडियों का चयन राष्ट्रीय चयन स्पर्धा के लिए होगा जो नई दिल्ली में 25 दिसंबर से 3 जनवरी तक आयोजित स्पर्धा में प्रदेश का प्रतिनिधत्व करेगें। प्रतियोगिता में सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ियों में रायगढ़ जिले के 6 वर्षीय अनिरुद्धि अनंत सबसे अधिक भिलाई के 62 वर्षीय अविनेंद्र राव शामिल हैं। खिताबी दौड़ में आगे चल रहे हैं। जिनके नाम क्रमशः इस प्रकार है खिलाड़ियों में दुर्ग के एस धनंजय दुर्ग (7अंक) राजनांदगांव के श्रेयांस डाकलिया राजनंदगांव व स्पर्श खंडेलवाल (6-6 अंक)
दुर्ग के पीएन राव दुर्ग (5.5अंक) विनोद कुमार शर्मा (5.5 अंक) दुर्ग के विश्वजीत सिंह (5.5अंक) और यशद बाम्बेश्वर (5 अंक ) आगे चल रहे हैं। व्यस्तता के बाद भी कलेक्टर ने आयोजन में पहुंच खिलाडिय़ों हौसला बढ़ाया। जानकारी अनुसार प्रदेश में अब तक की यह पहली ऐसी चैंपियनशिप हैं, जिसे फीडे रेटिंग की मान्यता मिली हुई है। इस चैंपियनशिप में मेरिट के आधार पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 4 खिलाड़ियों का चयन प्रदेश की टीम के लिए किया जाएगा। जिला एवं राज्य के सचिव हेमन्त खुटे ने बताया कि महासमुंद में शतंरज का माहौल बनाने एवं जिले के खिलाड़ियों को बड़ा प्लेटफार्म देने के उद्देश्य से ही यह आयोजन जिले में कराया जा रहा है। जिले को शतरंज का केंद्र बिंदु बनाना आयोजन का उद्देश्य है । ज्ञात हो कि 9 माह के अंतराल में यह पांचवा आयोजन है, जिसमें 4 राज्य स्तरीय चैंपियनशिप एवम् एक ऑल इंडिया फीडे रेटिंग प्रतियोगिता शामिल है। प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार है जिसमें किसी भी चयन स्पर्धा को इंटरनेशनल रेटिंग का स्वरूप दिया गया है। जिला खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे ने बताया कि
कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने जिले में शतरंज खेल को लोकप्रिय बनाने तथा बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला संघ को लगातार मार्गदर्शन दे रहे है। आयोजन को सफल बनाने में संजय श्रीवास्तव, डीगम साहू, एवं ऑर्बिटर अनीश अंसारी, रॉकी देवांगन, ओमप्रकाश वंदे, मिथलेश बंजारे, राजेश्वरी ध्रुवंशी, एस के भगत इत्यादि का विशेष योगदान हैं। स्पर्धा में 17 ट्रॉफी व 62 हजार रुपये व प्रमाण पत्र विजेताओं को अतिथियों द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
शतरंज चुनौतियों का सामना करना सिखाता: कलेक्टर
कलेक्टर निलेश कुमार ने कहा कि शतरंज एक बौध्दिक खेल है। इस खेल को बच्चा प्रारंभिक अवस्था से ही सीखता है तो उनके सोचने समझने की क्षमता विकसित होगी। शतरंज हमें धैर्य व संयम के साथ चुनौतियों का सामना करना सिखाता है। इसे खेलने से गणित व विज्ञान जैसे कठिन विषयों में हमारी पकड़ मजबूत होती है। सभी स्कूली बच्चों को शतरंज जरूर खेलना चाहिए।
शतरंज और जिंदगी की बिसात में समान्यता है:राशि
नपाध्यक्ष राशि महिलांग ने कहा कि शतरंज की बिसात और जिंदगी की बिसात में काफी कुछ समानता है क्योंकि दोनों ही हमें संघर्ष करना सिखाता है। शतरंज एक ऐसा खेल है, जिसमें भरपूर बुद्धि का उपयोग होता है। जितना ज्यादा हम अपना मस्तिष्क का उपयोग करेंगे उतना ही ज्यादा हमारा मानसिक विकास होगा। हम बहुत ही सौभाग्यशाली है कि हमारे जिले में लगातार शतरंज के राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन निरंतर हो रहा है, जिससे जिले के खिलाड़यों को बाहर जाना नही पड़ रहा है।
सोचने समझने की क्षमता विकसित होती है: रश्मि
कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा शतरंज का खेल हमारे दैनिक जीवन में विशेष महत्व रखता है। हमारे अंदर सोचने समझने की क्षमता विकसित करता है। धैर्य, संयम व अनुशासन में रखना सिखाता है। विषम परिस्थिति में भी अडिग बनाये रखना इसकी सबसे बड़ी खूबी है। इसलिए शतरंज खेल से सभी को जुडना चाहिए।