महासमुंद। कृषि विज्ञान केंद्र एवं राष्ट्रीय जैविक स्ट्रैस प्रबंधन संस्थान, रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में 21 से 28 नवंबर 2022 तक “आर्थिक एवं पोषण सुरक्षा हेतु फलोद्यान स्थापना” विषय पर छह दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन संस्था प्रमुख डॉ. एस के वर्मा के मार्गदर्शन में किया गया। डॉ. साकेत दुबे, प्रशिक्षण कोऑर्डिनेटर एवं विषय वस्तु विशेषज्ञ (उद्यानिकी) द्वारा फलोद्यान स्थापना से संबंधित सभी विषयों पर बारिकी से जानकारी दी गई। प्रशिक्षणार्थियों को प्रायोगिक प्रशिक्षण कराते हुए फलदार पौधों की प्रवर्धन तकनीक से अवगत कराया गया। केंद्र के सभी विशेषज्ञों द्वारा अपने-अपने विषयों से संबंधित फलोद्यान स्थापना हेतु आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग के प्रतिनिधि द्वारा शासन की योजनाओं से अवगत कराया गया एवं नाबार्ड के प्रतिनिधि द्वारा “कृषक उत्पादक
संगठन” (एफ.पी.ओ) का निर्माण करके फलोद्यान स्थापित कर किस प्रकार लाभ लिया जा सकता है इस विषय पर जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र, महासमुंद द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को ग्राम बम्हनी में स्थित उद्यान विभाग की पौधशाला का भ्रमण कराया गया। इसके अलावा प्रगतिशील कृषक ऋषि चंद्राकर के प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षणार्थियों को “जिले के बाहर एक्स्पोज़र विजिट” में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में सुनियोजित कृषि विकास केंद्र (पीएफडीसी), उद्यानिकी नर्सरी, केले की टिशू कल्चर इकाई का अवलोकन करने के साथ ही “कृषि संग्रहालय” का भी भ्रमण कराकर संबंधित विषय की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के अंतिम दिन डॉ. पी. मुवेंथम, प्रमुख अन्वेषक, डीबीटी बायोटेक किसान हब परियोजना, राष्ट्रीय जैविक स्ट्रैस प्रबंधन संस्थान, बरोंडा, रायपुर द्वारा प्रशिक्षणार्थियों द्वारा सीखे गए प्रायोगिक कार्यों का अवलोकन कर काफी प्रशंसा की गई। श्रीमती वल्लरी चंद्राकर, सदस्या, प्रबंध मंडल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा प्रशिक्षण ले रही महिलाओं से कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी ली गई एवं उनके सक्रिय भागीदारी के लिए प्रशिक्षणार्थियों कृषक महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए साथ ही उनके द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, महासमुंद को प्रशिक्षण के सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं दी गई इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, महासमुंद द्वारा ग्राम मोहंदी के गौठान में कार्यरत महिला समूह की सभी 15 प्रशिक्षु महिलाओं को आम ,करौंदा ,नींबू आदि फलदार पौधों का वितरण भी किया गया।