महासमुंद। करणीकृपा पावर प्लांट के खिलाफ महासमुंद जिले के तुमगांव-सिरपुर क्षेत्र से लगे किसानों द्वारा किए जा रहे अखंड सत्याग्रह ने मंगलवार को तीन सौ दिन पूरे कर लिए हैं। राज्य में कृषि जमीन को बचाने के लिए किसानों द्वारा शुरू किया गया यह अखंड सत्याग्रह अब तक का सबसे बड़ा सत्याग्रह जिसे किसानों ने मांग पूरी होने तक जारी रखने का निर्णय लिया है।
छग किसान मोर्चा के बैनर तले आयोजित अखंड सत्याग्रह में शामिल किसानों का आरोप है कि हाईवे 53 स्थित ग्राम खैरझिटी, कौंवाझर, मालिडीह के कृषि भूमि, गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणीकृपा स्टील एवं पावर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। मंगलवार को सत्याग्रह के 300 वें दिन करीब 55 महिला-पुरुष किसान सत्याग्रह में मौजूद रहे। मंगलवार को सत्याग्रह का नेतृत्व किसान नेता नंदलाला सिन्हा, चैनुराम साहू, डेविड चंद्राकर, डोमार ध्रुव सरपंच पति,नंदलाल पटेल, तारेंद्र यादव उप सरपंच,दशरथ सिन्हा, कुमार बरिहा, तोषण सिन्हा, चमरूराम यादव ने किया। धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को किसान नेता नंदकिशोर यादव, उदयराम चंद्राकर,चैनुराम साहू, लीलाधर पटेल,श्रीमती डिगेश्वरी चंद्राकर पूर्व सरपंच,राधाबाई सिन्हा,नीरा ध्रुव सरपंच,चंदौतीनबाई यादव,ननकुनिया पारधी,ललीता साहू,श्यामाबाई ध्रुव आदि ने संबोधित किया। सत्याग्रह के 300 दिन पूरा होने सत्याग्रह प्रभारी किसान नेता नंदकिशोर यादव ने समस्त सत्याग्रही किसान एवं महिला किसानों को बधाई दी और आभार जताया। उन्होंने कहा कि आप लोगों की निष्ठा, सेवा, त्याग और अनुशासन के चलते सत्याग्रह की लंबी लड़ाई ने न केवल जिला बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में इतिहास रचने का काम किया। साथ ही इस सफलता का दूसरा विशेष कारण है राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे का कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन मिल रहा है। ऐतिहासिक आंदोलन से किसानों में एक नई चेतना जागृत हुआ। उदयराम चंद्राकर ने कहा कि गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट उद्योग के खिलाफ आंदोलन में क्षेत्र के किसान साथ दे रहे हैं। किसानों की जीत के शुभ दिन नजदीक आने के संकेत से विपक्षी दलों के नेता भी आंदोलन को भी समर्थन दे रहे। चैनुराम साहू ने कहा कि सत्य के राह में चलने वालों को कष्ट जरूर होता है। पर अंत में विजय उसको अवश्य ही मिलती है। हम सत्याग्रही किसान सत्य के राह पर चल कर आंदोलनरत हैं। हम किसानों की जीत होकर रहेगी। श्रीमती डिगेश्वरी चंद्राकर पूर्व सरपंच ने कहा कि हम सत्याग्रही किसान को भ्रष्ट उद्योगपति निर्णय चौधरी और उनके नौकरशाह द्वारा नाना प्रकार के दबाने फुट डालने के लिए अनेकों षड़यंत्र रचे पर सफल नहीं हुए।अब स्वयं उद्योगपति और उनके दलाल नौकरशाह अधिकारीगण एक के बाद एक कानून के शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हें। राधबाई सिन्हा ने कहा कि हम लोग विश्व धरोहर सिरपुर,बार नवापारा अभ्यारण्य, कोडार बांध का पानी,अंचल के हरियाली और खुशहाली को बर्बादी से बचाने के लिए संकल्प बद्ध हैं।