00 भाजयुमो व भाजपा नेता रोजगार कार्यालय घेराव करने पहुंचे, पुलिस के साथ नेताओं की हुई जमकर नोक-झोंक
महासमुंद। बेरोजगारी भत्ता और रोजगार के मुद्दे को लेकर मंगलवार को जिला भाजयुमो कार्यकर्ताओ ने छग की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जिला रोजगार कार्यालय का घेराव किया। मुख्यालय स्थित लोहिया चौक में भाजपा युवा मोर्चा और भाजपा पदाधिकारियो की उपस्थिति में रोजगार कार्यालय का घेराव और तालाबंदी करने के लिए निकले।
घेराव के लिए जा रहे भाजयुमो नेताओं को पुलिस ने पहले पुलिस थाने के सामने रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और नेताओं के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। बाद नेता आगे बढ़ते हुए कचहरी कार्यालय के प्रवेश द्वार पर रोक लिया। यंहा भी नेताओं और पुलिस के बीच आधे घण्टे नोक-झोंक चली। बाद कार्यकर्ताओ ने सरकार के खिलाफ जिला रोजगार अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व लोहिया चौक में सभा हुई। सभा को भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष रवि भगत ने राज्य सरकार के वादाखिलाफी पर आरोप लगाया। यू तो भुपेश सरकार के झूठे वादों इरादों और झूठी घोषणाओ से कोई भी वर्ग अछूता नही है परंतु देश और प्रदेश की भविष्य कहे जाने वाले युवा वर्ग को अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा प्रताड़ित करने का काम सरकार ने किया है। रवि भगत ने कांग्रेस पार्टी के बड़े आकाओं की कठपुतली बताते हुए भुपेश बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओ की जेब भरकर अपनी कुर्सी बचाने वाले पूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश आज माफियाओं के हवाले हो चुका है और प्रदेश की जनता भय आतंक के साये में जीने के लिए विवश हो गई है। भाजयुमो राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अक्षय बंसल ने भी प्रदेश में कानून व्यवस्था पर प्रश्रचिन्ह लगाया और कहा कि छग में दिनदहाड़े लूट चोरी,डकैती हत्या बलात्कार के मामले आम बात हो गई है। जिलाध्यक्ष श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने सभा में एलान किया कि युवाओं की तरफ से कांग्रेसी सरकार को चेताने आये है कि प्रदेश में ऐसे संवेदनहीन सरकार को सत्तामें बने रहने का कोई नैतिक हक नही बनता जो अपनी जनता के हितों से खिलवाड़ करे। भाजयुमो जिलाध्यक्ष जसराज बाला चंद्राकर ने कहा कि हम पूरे जिले में युवाओं के बीच जाकर जनजागरण चलाकर इस सरकार को सत्ता से बेदखल करने एक धर्मयुद्ध के लिए मैदान में आये है।सत्ता के साढ़े चार वर्षों में भुपेश सरकार को प्रदेश की जनता से कोई लेना देना नही रहा पूरे कार्यकाल में कांग्रेस के नेताओ ने जमकर छत्तीसगढ़ीयो का शोषण किया है यहाँ की खनिज संपदा को बेच कर अपनी और अपने बड़े नेताओं का जेब भरने का काम किया है। सभा को पूर्व राज्यमंत्री पूनम चन्द्राकर,पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल,परेश बागबाहरा,प्रीतम दीवान, इंद्रजीत सिंह गोल्डी,राकेश चंद्राकर ने भी सम्बोधित करते हुए सरकार की आलोचना की। बेरोजगारी भत्ता और निराश्रितों की पेंशन वृद्धि से भूपेश सरकार ने मुह मोड़ लिया है। बेरोजगारी भत्ता के नाम पर ऐसे जटिल नियम बनाये गए है जिन्हें पूरा कर पाने में युवा वर्ग अपने आपको असहाय और छला हुआ महसूस कर रहा है। राजधानी में हुए 2000 करोड़ के शराब घोटाला में कांग्रेसी नेताओं की काली कमाई की पोल खोल चुकी है। मोदी सरकार के द्वारा गरीबो को दिया चावल, कोयला घोटाला सहित कइयो काले कारनामों से जनता परिचित है और कांग्रेस सरकार की विदाई का वक्त नजदीक है। आंदोलन में सांसद चुन्नी लाल साहू, पूर्व राज्यमंत्री पूनम चंद्राकर, भाजपा जिला प्रभारी जगन्नाथ पाणिग्रही, जिलाध्यक्ष श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, पूर्व विधायक त्रिलोचन पटेल, परेश बागबाहरा, प्रीतम दीवान,पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह गोल्डी,चंद्रहास चंद्राकर,महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अलका चंद्राकर, जिला महामंत्री प्रदीप चंद्राकर, नपं अध्यक्ष राकेश चन्द्राकर,भाजयुमो सम्भाग प्रभारी रोहित महेश्वरी,जिला प्रभारी सत्यप्रकाश सिन्हा, सहप्रभारी सिद्धांत शर्मा सहित भाजपा,भाजयुमो और महिला मोर्चा सहित सभी प्रमुख कार्यकर्ताओ की उपस्थित रहे। आंदोलन में जिला भाजयुमो, महिला मोर्चा सहित मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रदेश व जिला मण्डल के पदाधिकारी एवम प्रमुख कार्यकर्ता शामिल रहे।