Wednesday, March 22, 2023
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जिले में साढ़े 42 हजार बेरोजगार, घोषणा के बाद भत्ते को लेकर जगी आस

महासमुंद। गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगामी वित्तीय वर्ष से बेरोजगारी भत्ते की घोषणा की है। घोषणा के बाद जिले के बेरोजगारों में भत्ते को लेकर आस जागी है। यही कारण है कि पंजीयन के लिए रोजगार कार्यालय में जिले के बेरोजगार युवक-युवतियां पहुंच रहे हंै।
घोषणा के तहत प्रत्येक बेरोजगारों को ढाई हजाार रुपए प्रतिमाह भत्ता दिया जाएगा।  भत्ते किन्हें और कैसे मिलेगा इसके लिए अभी आधार तय नहीं किया गया है। हालंकि शासन स्तर पर इसके लिए प्रकिया शुुरु कर दी गई है। बाद बेरोजगारी भत्ते के लिए पंजीयन होगा। बता दें कि जिले में वैसे तो बेरोजागारों की संख्या ढाई लाख से अधिक है। पर रोजगार कार्यालय में वर्तमान में दिसंबर 2022 की स्थिति में जीवित पंजीकृत बेरोजगार की संख्या कुल 42651 है। रोजगार कार्यालय के लिपिक ओपी चौधरी ने बताया कि इनमें 9503 महिला और 33148 पुरुष वर्ग से हैं। श्री चौधरी ने बताया कि एक बार पंजीयन के बाद कई बेरोजगारों ने दूसरी बार पंजीयन नहीं कराया है जिसस पंजीकृतों की संख्या कम है।  
जानिए.. वर्गवार पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या
जिले में पंजीकृत 42651 बेरोजगारों में सामान्य वर्ग से 3289, अनुसूचित जाति से 3899, अनुसूचित जनजाति से 8621, पिछड़ा वर्ग से 26842 महिला वर्ग से 9503 दिव्यांग बेरोजगारों की संख्या 387, भूतपूर्व आईटीआई प्रशिक्षणार्थी 1237 और अल्प संख्यक वर्ग से कुल 1211 बेरोजगार रोजगार कार्यालय में पंजीकृत हंै। उक्त पंजीकृत बेरोजगारों को ढाई हजार रुपए प्रतिमाह यदि भत्ता दिया जाएगा तो 10 करोड़ 66 लाख 27500 व्यय होगा।
महिला से ज्यादा पुरुष बेरोजगार
पंजीकृत बेरोजागारों की संख्या पर नजर डालें तो जिले में महिलाओं की अपेक्षा पुरुष वर्ग से बेरोजगारों की संख्या अधिक है। महिला वर्ग से मात्र 9053 और पुरुष वर्ग से 33148 बेरोजगार हैं। इसमें विभाग की ओर से 291 बेरोजगारों को रोजगार के लिए मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। वहीं 144 बेरोजगारों ने व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त किया है।
इस माह से बढ़ सकती है पंजीकृतों की संख्या
घोषणा के बाद से जिले में बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए बेरोजगारों की संख्या बढ़ सकती है। क्योंकि जिले में मृत हो चुके पंजीयन को बेरोजगार फिर से जीवित कराने के लिए पहुंचेंगे। ज्ञात हो कि एक बार पंजीयन के बाद हर तीन वर्ष में पंजीयन का नवीनीकरण कराना होता है। अन्यता पंजीयन मृत हो जाता है ऐसे लोगों की संख्या करीब दो लाख है।

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