महासमुुंद। सड़क हादसों में कमी लाने यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बाद भी हादसें में कमी नहीं आ रही है। इस वर्ष पिछले साढ़े 11 माह के अंदर जिले में हुए 439 सड़क हादसों में 258 लोगों ने जान गंवाई है और इन हादसों में 349 घायल भी हुए हैं।
इधर, इस माह 15 दिनों में ही 17 सड़क हादसे में 10 की मौत और 14 घायल हुए हैं। बता दें कि पिछले नवंबर माह तक 426 हादसे में 236 की मौत और 349 घायल हुए थे। सड़क हादसे में मौत के सम्बन्ध में सोहम हास्पिटल के संचालक डॉ युगल चंद्राकर ने बताया कि ज्यादातर हादसों में मौत सिर पर गंभीर चोट लगने और अधिक खून बहने से होती है।
जानिए चार प्रमुख कारण
यातायात पुलिस की माने तो हादसों के कई कारण हैं, पर चार प्रमुख कारण है जिसमें ओव्हर स्पीड, घुमावदार सड़कें, बाइक चालकों का हेलमेट नहीं पहनने के साथ ही शराब के नशे में वाहन चलाना है। पुलिस की मानें तो ओव्हरस्पीड और नशे में स्पीड पर ध्यान नहीं देने से हादसे ज्यादा होते है। सर्वाधिक सड़क हादसों का शिकार बाइक चालकों के साथ होते हैं जिन्हें अपनी जान गंवानी पड़ती है। महासमुंद से तुमगांव मार्ग में जगह-जगह घुमावदार मोड़ है। इसी तरह महासमुंंद से बागबाहरा और बागबाहरा से ओडि़शा सीमा तक एनएच 353 में भी जगह-जगह पर घुमावदार मोड़ हैं जहां हादसे होते हैं। इन मार्गों में लोगों की सर्वाधिक आवाजाही होती है।
जनवरी से नवंबर तक हादसे,मौत व घायलों के आंकड़े
जनवरी में 30 हादसों में 14 की मौत और 23 घायल हुए हैं। इसी क्रम में फरवरी में 48 में 23 मौत 56 घायल, मार्च में 34 में 24 की मौत 20 घायल, अप्रैल में 31 में 27 मौत, 23 घायल, मई में 53 में 25 और 35 घायल, जून में 45 में 36 मौत, 18 घायल, जुलाई में 41 में 24 मौत 39 घायल, अगस्त में 37 में 18 मौत 38 घायल, सितंबर में 27 हादसों में 15 मौत और 15 घायल, अक्टूबर में 39 में 21 मौत और 43 घायल, नवंबर में 37 में 21 मौत और 25 घायल और इस माह 15 दिसंबर तक 17 हादसे में 10 की मौत और 14 घायल हुए हैं।