महासमुंद। शहर से होकर गुजरने वाली रेलवे लाइन के दोहरीकरण के बाद से ही मालगाड़ी और सवारी गाडिय़ों की संख्या बढ़ी है जिसके चलते तुमगांव और बेलसोंडा रेलवे क्रॉसिंग में लंबे जाम की स्थिति बनती है। तुमगांव रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज का काम लगभग पूरा होने की स्थिति में है। इधर, सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की स्वीकृति के बाद बेलसोंडा रेलवे क्रासिंग पर प्रस्तावित ओवरब्रिज का भी काम अब गति पकड़ रहा है।
बेलसोंडा रेलवे क्रासिंग पर हर आधे घंटे में जाम लगा रहता है। संकरी सड़क की वजह से वाहनों को इस पार से उस पार जाने में अधिक समय लगता है। सिंगल ट्रैक की स्थिति में पहले यहां से 24 घंटे में 40 से 50 मालवाहक व सवारी गाड़ी क्रास करती थी लेकिन ट्रैक दोहरीकरण के बाद इनकी संख्या लगभग 80-90 से भी अधिक हो चुकी है जिसमें मालगाड़ी की संख्या अधिक है। जैसे ही रेलवे की ओर से इसके लिए अप्रुवल मिल जाएगा वैसे ही ओवरब्रिज निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। 5 अप्रैल को बेलसोंडा आरओबी निर्माण के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय और राजमार्ग मंत्रालय नई दिल्ली ने राजपत्र का प्रकाशन कर दिया है।
रेलवेे से अप्रुवल मिलने का इंतजार
जानकारी के अनुसार बेलसोंडा क्रासिंग पर बनने वाले ओव्हर ब्रिज के लिए एनएच के अधिकारियों ने ड्राइंग डिजाइन रेलवे को भेज दिया है जल्द ही इसका अप्रुवल मिल सकता है। अगर रेलवे भेजे गए ड्रॉविंग डिजाइन को अप्रुवल देता है तो क्रासिंग पर ओवर ब्रिज 125 मीटर का बनेगा इसमें चार पिलर के बाद दोनों ओर से चढऩे के लिए रिटर्निग वॉल व स्लैब का निर्माण होगा। रेलवे वाले हिस्से में लोहे का गर्डर लगाया जाएगा जिसकी लंबाई 75 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर होगी। ट्रेक के बीच में एक भी पिलर नहीं होगा। चारों तरफ से पिलर का निर्माण बाहर से ही किया जाएगा। इस पर सीधे गर्डर के बाद रिटर्निग वॉल बनाया जाएगा। इसके बाद दोनों ओर चढऩे के लिए
रिटर्निग वॉल का निर्माण होगा जो 25-25 मीटर का होगा ।
ट्रकों की लंबी कतार, कंट्रोल के लिए कोई तैनात नहीं
तुमगांव रेलवे क्रासिंग पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने विभाग के जवान तैनात रहते हैं पर बेलसोंडा रेलवे क्रासिंग पर ऐसी कोई व्यवस्था विभाग की ओर से नहीं है ,जबकि मालधक्का शिफ्ट होने के बाद से ही ट्रकों की लंबी कतार क्रासिंग पर बनी रहती है साथ ही फर्शी और रेत खदान की भी भारी वाहन की बहुतायत है। ट्रेन क्रासिंग के वक्त यहां भारी वाहनों की लंबी कतार जाम की स्थिति बना देती है पर इसके कंट्रोल के लिए यातायात विभाग का कोई जवान तैनात नहीं रहता।