राशन दुकानों के समर्पण पर रोक लगाने की मांग की
युक्तियुक्तकरण से प्रदेश भर के समितियों को होंगी आर्थिक नुकसान,हजारों कर्मचारी होंगे बेरोजगार
महासमुंद। सहकारी समिति कर्मचारी नेता जयप्रकाश साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चिठ्ठी भेजकर प्रदेश के सहकारी समितियों मे होने वाले युक्तियुककरण के तहत राशन दुकानों के समर्पण पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा की की प्रदेश के ज्यादातर सहकारी समितियों मे सहकारी सेवा नियम 2018 के कंडिका 4 मे उल्लेख है कि प्रत्येक उचित मूल्य की दुकानों हेतु एक सेल्समेन की नियुक्ति को आधार मानते हुए समितियों मे राशन विक्रय हेतु कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। ऐसे मे अब यदि सहकारी समितियों के अधीन उचित मूल्य की दुकानों को समर्पण कराया जाता है तो समितियों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा साथ ही सम्बंधित विक्रताओ को भी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि समितियां अपने कमीशन खाता से ही कर्मचारीयों को तनख्वाह भुगतान करती है, चूकि इन विक्रेताओं की नियुक्ति तत्कालीन समय मे संचालित उपभोक्ता दुकानों के अनुसार की गई है। अब युक्तियुक्त करण से समर्पित दुकानों को अन्य एजेंसी को दी जाएगी इससे समितियों को मिलने वाला कमीशन बंद हो जाएगा और कर्मचारियों को वेतन की लिए आर्थिक तंगी होंगी।
उपरोक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने युक्तियुक्तकरण के तहत सहकारी राशन दुकानों के समर्पण पर रोक लगाने की अपील प्रदेश के मुख्य्मंत्री से करते हुए सहकारी समिति के कर्मचारियों के शासकीयकरण की भी मांग की है।