महासमुंद। श्रावण चतुर्थ सोमवार को गायत्री प्रज्ञा पीठ बेमचा में प्रज्ञेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक हुआ। रुद्राभिषेक बाद दो कुंडीय गायत्री यज्ञ भी हुआ। दोपहर बाद 4 बजे क्षेत्र के वरिष्ठ विद्वान प्रभात उपाध्याय द्वारा गुरुदेव द्वारा रचित प्रज्ञा पुराण की कथा हुई। कथा के अंतर्गत उपाध्याय ने कहा कि आज प्रत्येक मनुष्य परेशान हैं। जिसे उत्कृष्ठ चिंतन, उच्च कर्म एवं भगवान की पूजा पाठ से दूर किया जा सकता है। भगवान भोलेनाथ की कृपा भी सादा जीवन उच्च विचार से प्राप्त किया जा सकता है। रुद्राभिषेक और कथा में ग्रामवासी बड़ी संख्या में शामिल हुए। मुख्य रूप से भगत गुरुजी, श्याम दुबे, राधेश्याम चंद्राकर, रविकांत चंद्राकर, सुकालू निषाद, खिलावन, मनोज कहार, चेतन चंद्राकर, होरीलाल विश्वकर्मा, छन्नू साहू, हीरालाल चंद्राकर, देवा सेन, डेरहा चंद्राकर, चित्ररेखा साहू, कौशिलाया चंद्राकर, पुन्नी साहू, रानू कहार, सुधा, सुनीता कहार, कुमारी चंद्राकर, राधा, नैना, अंजली हेमलता निर्मलकर आदि ने भाग लिए। उक्त जानकारी समिति के मीडिया प्रभारी रविकांत चंद्राकर ने दी है।