महासमुंद। भाजपा पिछड़ा वर्ग के प्रदेश सहकोषाध्यक्ष व पूर्व डायरेक्टर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रायपुर राकेश चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास पथ पर अग्रसर है। पिछले आठ सालों में प्रधानमंत्री ने देश और जनता के हित में कई बड़े और दूरगामी फैसले लिए हैं।
श्री चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विश्व को कोरोना से लड़ने का मंत्र दिया। तो चीन की चालबाजियों की काट भी दी। हमारा देश सोलर सेक्टर के साथ ही स्पेस सेक्टर में भी आगे बढ़ रहा है। पूरी दुनिया आज भारत की उपलब्धियां देखकर हैरान है, भारत ने एकसाथ 36 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में स्थापित किया है। इस लॉन्चिंग से कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कोहिमा तक पूरे देश में डिजिटल कनेक्टिविटी को और मजबूती मिलेगी। इसकी मदद से बेहद दूर-दराज के इलाके भी देश के बाकी हिस्सों से और आसानी से जुड़ जाएंगे। मोदी सरकार ने देश में कई सुधार किए। गरीब परिवारों को मुफ्त में 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा देने वाला आयुष्मान कार्ड दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के घर बने। उज्ज्वला योजना के तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी सिलेंडर मिले, स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों को शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये मिले। गांव-गांव तक इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचायी गयी, तो नल-जल योजना के तहत घर-घर स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की योजना पर काम चल रहा है। राकेश चंद्राकर ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान जब पूरी दुनिया तबाह थी, तब भारत ने न केवल वैक्सीन का निर्माण किया, बल्कि दुनिया के 100 से अधिक देशों के करोड़ों लोगों को मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध करवाये। भारत में अपने नागरिकों को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का विशेष अभियान चलाया गया। अब लोगों को बूस्टर डोज भी पूर्णता की ओर है। आज भारत का शिक्षित और स्किल्ड युवा उद्यमी जोखिम लेने से घबराता नहीं। इसकी वजह यह है कि उसके लिए एक अनुकूल इकोसिस्टम तैयार हो चुका है। स्टार्टअप के मामले में भारत दुनिया का तीसरा बड़ा देश बन चुका है। मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था के डिजिटाइलजेशन का बड़ा अभियान चलाया। आज स्थिति यह है कि दुनिया के विकसित देशों से ज्यादा डिजिटल ट्रांजैक्शन भारत में हो रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि पूरी दुनिया में जितना डिजिटल ट्रांजैक्शन होता है, उसका 40 फीसदी सिर्फ भारत में होता है। प्रधानमंत्री द्वारा डिजिटाइजेशन को बढ़ावा देने की वजह से रिश्वतखोरी कम हुई है। सरकार और नागरिक के बीच जो बिचौलिये होते थे, उस प्रथा को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने सीधे लाभुकों के खाते में पैसे ट्रांसफर करना शुरू किया। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देश के किसानों को मिल रहे किसान सम्मान निधि की राशि है, जो सीधे किसानों के बैंक खाते में पहुंच रहे हैं।