स्टॉर रैकिंग में हिस्सा लेने के बाद भी पालिका को कोई रैंकिंग नहीं
महासमुंद। केंद्र सरकार ने शनिवार को देश में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 की सर्वे रिपोर्ट जारी कर दी है। इसमें कचरा मुक्त शहर की रैंकिंग में जंहा महासमुुंद नगर पालिका एक बार फिर स्टॉर रैंकिंग पाने में पीछे रह गया। वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में पालिका पिछले वर्ष की तुलना में एक रैंकिंग 5 वें पायदान खिसक कर 6 वें पर आ गया है।
देशभर में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण और कचरामुक्त शहरों में शामिल निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों का राज्यवार परिणाम जारी किया गया। मिशन क्लीन सिटी की जारी परिणाम के अनुसार स्वच्छता सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 50 हजार जनसंख्या वाली 40 पालिकाओं में महासमुंद पालिका का 6 वां रैंकिंग है। वहीं 25 हजार जनसंख्या वाली नगर पालिका और नगर पंचायत में तुमगांव 40, बसना को 9 सरायपाली को 7 वां, बागबाहरा को 26 वां और पिथौरा को 78 वां रैंकिंग मिली है। कचरा मुक्त शहरों में जिले से तुमगांव को ही केवल 3 स्टॉर रैंकिंग मिली है जबकि महासमुंद, बागबाहरा और पिथौरा इससे बाहर हो गए। स्वच्छता सर्वेक्षण और कचरा मुक्त शहर में छग के अन्य जिलों के निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत के अलावा महासमुुंंद बागबाहरा नगर पालिका, के अलावा तुमगांव और पिथौरा नगर पंचायत ने भी हिस्सा लिया था। वहीं कचरा मुक्त शहरों में जिले में महासमुंद और बागबाहरा नगर पालिका के साथ तुमगांव नगर पंचायत ने हिस्सा लिया था। सरायपाली और बसना पिछली बार तीसरे रैंक हासिल करने की वजह से उन्होंने इस बार इसमें हिस्सा नहीं लिया। स्वच्छता सर्वेक्षण और कचरा मुक्त शहरों में हिस्सा लेने वाले शहरों की ओर से छग राज्य से सरकार के प्रतिनिधि के रुप में नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया को शनिवार को दिल्ली में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जानकारी के मुताबिक स्वच्छता रैंकिंग हासिल करने वाले शहरों को प्रदेश सरकार द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा।
*पिछली बार भी नहीं मिली थी स्टॉर रंैकिंग*
कचरा मुक्त शहर के सर्वेक्षण में पिछले वर्ष भी महासमुंंद, बागबाहरा और पिथौरा के साथ तुमगांव ने हिस्सा लिया था। लेकिन तुमगांव को ही केवल 3 रंैकिंग मिली शेष पिछली बारी की तरह ही इस बार भी स्टॉर रैंकिंग हासिल करने में नाकाम रहे। कचरा मुक्त शहर के लिए पालिका द्वारा शहर में कचरा कलेक्शन के अलावा रात में साफ-सफाई कराई जा रही है बावजूद शहर को स्वच्छ बना पाने में पालिका पीछे है। वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले वर्ष 5 वां रैंकिंग मिला था और इस वर्ष 6 वां पायदान पर आ गया है। जबकि तुमगांव पिछले बार भी 26 वां पायदान पर था और इस बार भी उसी पायदान पर है।
*जागरुकता का अभाव, हर जगह गंदगी*
जारी रैंकिंग में स्टॉर रैकिंग नहीं मिलने पर मिशन क्लीन सिटी की नीतू प्रधान का कहना है कि स्टॉर रंैकिंग नहीं मिलने से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता का अभाव है, लोग कहीं भी कचरा फेंक देते हैं। शहर में कचरा कलेक्शन के अलावा गीला कचरा-रैंकिंग सूखा कचरा अलग-अलग डस्टबिन में रखने की अपील के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे शहर को स्टॉर रंैकिंग नहीं मिल रही है।