महासमुंद। विधायक व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से गरीबों के घर तक अस्पताल पहुंच रहा है। यह प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की सर्वाधिक पंसद की जाने वाली योजनाओं में से एक है जिससे गरीबों को उपचार और जांच अपने घरों के पास या बाजार में कराने की सुविधा मिल रही है। श्री चंद्राकर ने कहा कि योजना से बीमार, रोग ग्रस्त मरीजों के चेहरे पर खुशी लौटने लगी है। मोबाईल यूनिट चिकित्सक दल नगरीय क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में पहुंचकर जरूरतमंदों का निःशुल्क इलाज कर रहे हैं। इन बस्तियों में रहने वाले गरीब लोग जो कई कारणों से अपना स्वास्थ्य परीक्षण या इलाज कराने अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते, जिसके कारण उनका बेहतर इलाज और उपचार या स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो पाता। मुख्यमंत्री ने उन गरीबों की पीड़ा को समझा और गरीबों का इलाज कराने उनकी बस्तियों में चिकित्सक पहुंचे ऐसी परिकल्पना की। योजना के तहत जिले में अब तक 46 हजार 455 लोगों का इलाज और निःशुल्क दवाईयां दी गई है। जिले के शहरी क्षेत्रों की 22 स्लम बस्तियों में मोबाईल मेडिकल यूनिट घूम-घूम कर गरीबों का इलाज कर रही हैं। जानकारी के अनुसार जिले के शहरी स्लम बस्तियों में 609 कैम्पों में 46 हजार 455 मरीज स्वास्थ्य परीक्षण कराने आएं। इनमें से 44 हजार 196 मरीजों को जरूरी निःशुल्क दवाइयां दी गई। वहीं 7262 व्यक्तियों का विभिन्न बीमारियों का लैब टेस्ट किया गया। मोबाईल यूनिट लैब में 41 प्रकार के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। श्रम विभाग में 50 मरीज पंजीकृत हैं। अब तक कुल 207 मरीजों का पंजीकरण हेतु प्रकरण के आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिले के 6 शहरी क्षेत्रों में 22 स्लम एरिया हैं। जिसमें महासमुंद-बागबाहरा में 5-5, सरायपाली में एक, पिथौरा और तुमगांव नगर में 4-4 एवं बसना में 3 स्लम एरिया हैं। मोबाईल मेडिकल यूनिटों में एमबीबीएस डॉक्टर जिले की स्लम बस्तियों में कैंप लगाकर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहें है। साथ ही कैम्प में मुफ्त दवा वितरण के लिए फार्मासिस्ट, मुफ्त लैब टेस्ट करने के लिए लैब मरीजों तक मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बीते 1 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरुआत प्रदेश के भूपेश बघेल ने की थी। यूनिट के जरिए लोगों का खून जांच, थायराइड, मलेरिया, टाइफाइड, ईसीजी, ब्लड प्रेशर, पल्स, ऑक्सीमीटर के साथ अन्य जांच कुशल लैब टेक्नीशियन एवं अत्याधुनिक सुविधा वाली मशीनों से की जा रही है। मोबाईल मेडिकल यूनिट अंतर्गत लगने वाले कैम्प और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वालों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है। मरीज मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से इलाज करा रहे हैं। मोबाईल मेडिकल यूनिटों के जरिए अब तक 609 कैम्प लगाए गए हैं। इनमें महासमुंद में 266 और सरायपाली नगरीय क्षेत्र में 106, बागबाहरा में 77, पिथौरा में 61, बसना में 64 और तुमगॉव नगरीय क्षेत्र में 35 मोबाईल मेडिकल यूनिट कैम्प लगे हैं। स्लम इलाकों में रहने वाले क्षेत्र के नागरिकों को इलाज और मेडिकल जांच के लिए कहीं भी भटकना नहीं पड़ रहा।