जगदलपुर। जिले के तोकापाल निवासी सुमित दास जोशी और पत्नी को नौकरी दिलाने के नाम पर रायपुर निवासी प्रियंका वर्मा और चंद्रशेखर वर्मा द्वारा 28 लाख रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने मामले की शिकायत फ्रेजरपुर पुलिस थाने में बीते 18 अप्रैल को की है। पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी हालांकि आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
मामले में ठगी के शिकार हुए सुमित दास जोशी ने बताया कि प्रियंका वर्मा पिता कृष्ण कुमार वर्मा बचपन से ही तोकापाल में रहकर पढ़ाई लिखाई की है जिसके चलते उससे पुराना परिचय रहा, उससे मोबाइल फोन पर बातें भी होती थी। उसने एक दिन फोन पर बताया कि उसके मौसा चंद्रशेखर वर्मा का रायपुर मंत्रालय में काफी पहुंच है। अनेक लोगों से जान पहचान है उनके माध्यम से मैं तुम्हें और तुम्हारी पत्नी को शिक्षा कर्मी वर्ग दो के पद पर सरकारी नौकरी में लगा सकती हूं। इसके लिए उन्होंने 15 -15 लाख कुल 30 लाख रुपये की मांग की। फिर एक दिन प्रियंका वर्मा ने उनके मौसा चंद्रशेखर वर्मा नामक व्यक्ति से फोन पर बात कराई। चंद्रशेखर वर्मा ने कहा कि तुम प्रियंका वर्मा को 30 लाख रुपये दे दो। तुम्हारा और तुम्हारे पत्नी का शिक्षा कर्मी वर्ग 2 के पद पर नौकरी लगवा दूंगा। इसके बाद उसने माता-पिता रिश्तेदारों से रकम की व्यवस्था कर 15 लाख रुपए नगद 20 अक्टूबर 2019 को प्रियंका वर्मा को दिया। इसके साथ ही सुमित ने अपना और अपने पत्नी का 10 वीं और 12 वीं के अंकसूची की फोटो कॉपी भी प्रियंका वर्मा को दी। इस दौरान उसके माता-पिता और रिश्तेदार भी उपस्थित थे। बाकी 13 लाख रुपए की व्यवस्था तत्काल नहीं होने पर चंद्रशेखर वर्मा को उनके खाता नंबर 935030110000071 में 7 नवंबर 2019 को 4 लाख,12 नवंबर 2019 को 4 लाख,13 नवंबर 2019 को 1 लाख,15 नवंबर 2019 को 2 लाख और 4 दिसंबर 2019 को 2 लाख रुपये ,कुल 13 लाख रुपये नेफ्ट के माध्यम से चंद्रशेखर वर्मा को दिया। इसके बाद फिर से चंद्रशेखर वर्मा और प्रियंका वर्मा ने 10 लाख रुपयों की मांग की। रुपये वापस मांगने पर वह पिछले ढाई सालों से बहानेबाजी करने लगा। रुपए जमीन बेंचकर देने की बात कही थी। पर अब तक पैसा नहीं लौटाया है। फ्रेजरपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी हुई है। पुलिस दल आरोपी के रायपुर ठिकाने तक पहुंची थी ,पर आरोपी फरार बताया जा रहा है।