महासमुंद। जिले में बढ़ते सड़को हादसों के आकड़ो और उनमें जान गंवाने वालों की बढ़ती संख्या ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले 8 माह के भीतर सड़क हादसों में 191 लोगों ने जान गंवाई है जो पिछले वर्ष हुए 8 माह की तुलना में अधिक है।
पुलिस विभाग के यातायात शाखा से मिले पिछले वर्ष और इस वर्ष जनवरी से अगस्त तक हुए सडक़ हादसों के आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2021 में जिले में 8 माह के भीतर 310 सडक़ हादसों में 172 लोगों ने जान गंवाई थी वहीं इस वर्ष 2022 में 319 सडक़ हादसे हुए है जिसमें 191 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इन हादसों में खास बात है कि ज्यादातर जान गंवाने वाले बाइक चालक और सवार है जिनमें अधिकांश को हादसे का शिकार उनकी गलतियों के कारण हुए है जिसमें उनके साथ सवार उनके साथी या रिश्तेदार को भी अपनी जान गंवानी पड़ी है। जिले में हुए कई बड़े और दर्दनाक सडक़ हादसों की खबर के बाद भी अधिकांश सडक़ पर चलने के दौरान न ही यातायात नियमों का पालन करते है और न ही स्वयं की सुरक्षा पर ध्यान देते है जो उनके लिए मौत का सफर बन जाता है।
सपाट सडक़ व घुमावदार मोड़ हादसे की वजह
पहले सडक़ हादसों की वजह सडक़ पर बने जानलेवा गड्ढों को माना जाता था लेकिन अब जिले में ऐसी स्थिति नहीं के बराबर है। इसके बाद भी हादसे बढऩे की वजह अब सपाट सडक़े और मार्गो पर घुमावदार मोड़ है जो हादसे की वजह बन रहे है। सपाट सडक़ों की वजह से बाइक ही चारपहिया और मालवाहक चालकों का भी स्पीड पर कंट्रोल नहीं रह गया है जिसकी वजह से वे घुमावदार मोड़ और क्रासिंग पर अन्य को अपने चपेट में ले लेते है या तो स्वयं हादसे का शिकार हो जाते है या फिर सामने से आ रही वाहन से भिड़ जाते है और उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ जाती है। जिले में ऐसी कई घटनाए सामने आ चुकी है जिसमें लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
हादसों से बचने करें ये उपाय
हादसों से बचने के लिए महासमुंद यातायात शाखा के एसडीओपी राजेश देवांगन ने बताया कि बाइक चलाते समय हेलमेट का उपयोग करें। कार चलाते समय सीट बेल्ट लगाए। वाहन को नियंत्रित गति में चलाए और नशे में वाहन बिल्कुल भी न चलाए। बाइक और कार में शासन द्वारा निर्धारित सवारी के अनुसार ही सवारी बिठाए। हाईवे में वाहन की गति अधिक न रखें और घुमावदार मोड़ का ध्यान रखें। इसके साथ किसी भी वाहन को ओव्हरटेक करने से बचें, खासकर मोड़ में ओव्हरटेक न करें।