महासमुंद। पालिका वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक टैक्स वसूली के लक्ष्य तक नहीं पहुुच पाई है। जिससे आर्थिक संकट से जूझ रही है। पालिका अब सम्पत्ति, समेकित और जलकर वसूली को लेकर बकायादारों के घरों में तकाजा के लिए पहुंच रही है। कर्मियों की यह मेहनत कितनी रंग लाएगी यह तो आने वाले दिनों में पता चलेगा।
जानकारी के मुताबिक नए वित्तीय वर्ष में पालिका ने विभिन्न करों से कुल 3 करोड़ 52 लाख 31 हजार रुपए का लक्ष्य रखा है जिसके एवज में पिछले चार माह में मात्र 32 लाख 39 हजार रुपए की वसूली ही हो पाई है, जो लक्ष्य का मात्र 3.88 फीसदी है। इससे पालिका की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। जिसे सुधारने के लिए पालिका प्रबंधन ने कर वसूली पर जोर देते हुए बकायादारों से वसूली के लिए कर्मियों को तकाजे के लिए लगा दिया है। इसके चलते पिछले चार दिनों से कर्मी अपने-अपने वार्डों मेे कर वसूली के लिए बकायादारों के घरों तकाजे के लिए पहुंच रहे हैं।
कड़ी कार्रवाई का आदेश, पर आदेश का पालन नहीं
सम्पत्ति, समेकित व जलकर की वसूली में लगातार पालिका प्रशासन पिछड़ता नजर आ रहा है। पालिका के राजस्व विभाग के सूत्रों के अनुसार बकायादारों से वसूली के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है लेकिन बकायादार कोई न कोई बहाना कर टैक्स का भुगतान समय पर नहीं करते। इधर, पालिका परिषद बकायादारों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात तो करती है पर उस पर अमल नहीं करती। जिससे वसूली के लिए कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि टैक्स वसूली के लिए पूर्व पालिका ने कई बार कड़ी कार्रवाई के फरमान जारी किए पर उस पर अमल न होने के कारण बकायादारों पर फरमान का कोई असर नहीं हुआ। अब सत्ता परिवर्तन के बाद वर्तमान कार्यकारी नपाध्यक्ष भी कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हैं। इसका कितना असर बकायादारों पर पड़ता है यह आने वाले समय कर वसूली के आंकड़ों से पता चल जाएगा।
बकाया टैक्स भी वसूली का भार
कर्मियों पर नए वित्तीय वर्ष के साथ बकाया टैक्स की वसूली का भार है। नए वित्तीय वर्ष और बकाया को मिलाकर कुल 7 करोड़ 1 लाख 86 हजार की वसूली करनी है जिसमें अब तक 51 लाख 22 हजार की वसूली हो पाई है जो लक्ष्य का मात्र 7.30 फीसदी है।
वर्जन
बकायादारों से कर वसूली के लिए पालिका की ओर से कार्रवाई पूर्व नोटिस जारी की जाएगी। इसके बाद भी भुगतान नहीं किया जाता है तो कार्रवाई शुरू की जाएगी। वर्तमान में 7-8 बकायादारों के नल कनेक्शन काटने कार्रवाई की जा चुकी है।
कृष्ण कुमार चंद्राकर- कार्यकारी नपाध्यक्ष