महासमुंद। आज रक्तदाता दिवस है। जिले में रक्तदान को लेकर पिछले कुछ वर्षो में लोगों में जागरुकता बढ़ी है। यही वजह है कि शहर में रक्तदान को लेकर युवा स्वमेव सामने आ रहे है और कई समितियों का भी गठन हो रहा है। इधर, अस्पताल में भी रक्त संग्रहण की क्षमता में भी वृद्धि हुई है। जिसका लाभ जिले के लोगों को मिल रहा है।
रक्तदान को लेकर युवक ही नहीं है युवतियों में भी जागरुकता देखने को मिल रही है। महाविद्यालयीन छात्राए समय-समय पर रक्तदान करने के लिए सामने आती है जो रक्तदान को लेकर फैलाई गई जागरुकता का ही असर है। जानकारी के मुताबिक शहर में रक्तदान के लिए दो-तीन संस्था है जिसमें महाविद्यालय की भी एक संस्था है। इसके साथ महावीर इंटरनेशनल और मां महामाया रक्तदाता सेवार्थ समिति नाम की संस्था है। इधर, मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में भी रक्त सग्रहण की क्षमता बढ़ी है। साल 2020 में 11 सौ यूनिट, 2021 में 2535 यूनिट संग्रहित किया गया अब 2022 में मात्र पांच माह में ही लगभग 2 हजार यूनिट ब्लड संग्रहित हो गया है।
22 बार किया है रक्तदान
संस्था के संचालक रवि साहू ने बताया कि उनकी महामाया रक्तादाता सेवार्थ समिति के नाम से संचालित संस्था में करीब दो हजार सदस्य है। वे स्वयं अब तक 22 बार रक्तदान कर चुके है। जब भी किसी को आवश्यकता होती है और उनसे संपर्क करते है तो वे रक्तादान करने पहुंच जाते है।
रक्तदान कर गर्व महसूस हो रहा
संस्था की सदस्य पूजा साहू ने आज रक्तदाता दिवस पर पहली बार रक्तदान किया। उनका कहना है कि रक्तदान कर वे स्वयं गर्व महसूस कर रही है। उनका कहना है कि किसी की जरुरत के समय काम आना ही इंसान का काम है। खासकर जिंदगी बचाने के लिए।
