दो माह से लंबित वेतन और नियमित वेतन भुगतान की मांग
महासमुंद। दो माह से लंबित वेतन और नियमित वेतन भुगतान की मांग को लेकर शुक्रवार को सफाईकर्मियों ने काम बंद कर सीएमओ का उनके निवास में ही घेराव कर दिया। कर्मचारियों ने सीएमओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जल्द पूरा वेतन भुगतान की मांग की।
सुबह 7 बजे पालिका कार्यालय में कार्य के लिए पहुंचे सफाईकर्मी एकजुट हुए और वेतन भुगतान की मांग को लेकर सीएमओ का उनके ही निवास में घेराव करने का निर्णय लिया। कर्मी कार्य बंद कर पालिका दफ्तर से रैली के रुप में सिविल लाइन स्थित उनके निवास पहुंचे और उनके प्रवेश द्वार पर नारेबाजी करते हुए खड़े हो गए। कर्मचारियों की नारेबाजी सुनकर सीएमओ आशीष तिवारी ने उन्हें पालिका की आर्थिक समस्या से अवगत कराते हुए जल्द से जल्द वेतन भुगतान कराए जाने का आश्वासन दिया। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पालिका के सफाईकर्मी वेतन भुगतान को लेकर आंदोलन करने का मूड बना चुके थे। भुगतान की मांग को लेकर वे कई बार सीएमओ से मिल भी चुके हैं, बावजूद भुगतान नहीं होने से नाराज सफाईकर्मियों ने आज मोर्चा खोल दिया। बता दें कि पालिका में प्लेसमेंट के तहत कार्यरत कर्मियों को करीब 51 लाख रुपए का भुगतान प्रति माह किया जाता है जो दो माह से नहीं मिला है।
वसूली और शासन से नहीं मिला, भुगतान लंबित
सीएमओ आशीष तिवारी का कहना है कि बीते माहांत में पालिकाकर्मियों के पांच दिवसीय आंदोलन में चले जाने से राजस्व वसूली प्रभावित हुई है। इसके अलावा शासन से प्रतिमाह मिलने वाली चुंगी क्षतिपूर्ति राशि भी इस माह नहीं मिली है। जिससे पालिका में आर्थिक संकट है। शासन को सफाईकर्मियों के दो माह के लंबित वेतन भुगतान की जानकारी के साथ राशि का डिमांड पत्र भेजा गया है। जैसे ही राशि प्राप्त होगी कर्मियों का भुगतान किया जाएगा।
त्यौहार, बच्चों की पढ़ाई पर असर
सफाईकर्मियों का कहना है कि आगामी दिनों में रक्षाबंधन का त्यौहार है। इसके अलावा उनके बच्चों की स्कूल फीस और माह का राशन खर्च भी है। दो माह से वेतन नहंी मिलने से वे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हंै। पिछले एक माह से वे वेतन भुगतान की मांग कर रहे हंै, पर अब तक पालिका प्रबंधन ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया है। उनका कहना है कि यही स्थिति रही तो आगामी दिनों में सफाई कार्य बंद रखेंगे जो वेतन भुगतान तक चलेगा।