महासमुंद। एक बीएलओ का केंद्र से हटाने और दूसरे बीएलओ की उनकी बिना सहमति के दूसरे केंद्र में नियुक्त किए जाने के बाद बीएलओ ने महासमुंद एसडीएम के नाम मोर्चा खोल दिया है।
गुरुवार को जुझारू आंगनबाड़ी-कार्यकर्ता सहायिका संघ के बैनर तले रैली निकाल जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर के नाम सामूहिक इस्तीफा देने के लिए ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया है कि मतदान केन्द्र क्रमांक 194 की बीएलओ सुधा रात्रे को महासमुुंद एसडीएम द्वारा 8 अगस्त को लोक प्रतिनिधित्व 1950 की धारा 13 बी (2) से प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए शासकीय महाविद्यालय महासमुंद मतदान केन्द्र क्रमांक में पदस्थ बीएलओ सुधा रात्रे को बिनी किसी पूर्व सूचना के कार्यमुक्त कर दिया। केन्द्र क्रमांक 2 की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देवकी साहू को बिना सहमति बीएलओ नियुक्त करते हुए एसडीएम ने अपने आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया। एसडीएम के जारी आदेश की निंदा करते हुए कहा कि महासमुंद के बीएलओ की जायज मांगों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। बीएलओ ने बताया कि निर्वाचन कार्य के लिए मोबाइल और इंटरनेट की मांग की है। यह मांग उनकी अकेले की नहीं बल्कि सभी बीएलओ की है। एसडीएम द्वारा उनकी इस मांग को दबाने के लिए दमनात्मक नीति अपनाते हुए दबाव बनाकर उनसे कार्य कराने के लिए यह कार्रवाई की गई है। इधर, उक्त आदेश के विरोध में जिले के अन्य ब्लाकों के बीएलओ ने भी मोर्चा खोल दिया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान फेडरेशन से चमन चंद्राकर, मनीष ठाकुर सहित बड़ी संख्या में आंबा कार्यकर्ता-सहायिका मौजूद रहे।