महासमुंद। भलेसर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि विज्ञान केन्द्र के साथ-साथ रायपुर एवं दुर्ग कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक हुई। बैठक के मुख्य अतिथि डा गिरीश चंदेल कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, अध्यक्ष निलेश कुमार क्षीरसागर जिलाधीश, विशिष्ट अतिथि सच्चिदानंद आलोक मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, डॉ पीके चंद्राकर, निदेशक विस्तार सेवायें, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, वल्लरी चन्द्राकर सदस्या प्रबंध मण्डल इंदिरा गांधी कृषि विवि, डॉ अनुराग अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र कांपा, डॉ विजय जैन वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र पांहदा दुर्ग, डॉ एसके वर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद, डा एसएस चंद्रवंशी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर के साथ-साथ तीनों जिलों के प्रगतिशील कृषक, महिला कृषक एवं अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
सर्वप्रथम केंन्द्र में नवनिर्मित पैरा मशरूम इकाई एवं बीज प्रक्रिया केन्द्र इकाई का विधिवत् उद्घाटन किया गया। तीनों कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने अपने-अपने केन्द्र के गतवर्ष के परिणाम तथा वर्तमान खरीफ एवं आगामी रबी के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत की। जिसमें सभी सदस्यों ने अपने-अपने बहुमूल्य सुझाव दिए, जिसे तीनों कृषि विज्ञान केन्द्रों ने अपनी-अपनी कार्ययोजना में शामिल करने का आश्वासन दिया।
जिलाधीश ने अपने उद्बोधन में कृषि विज्ञान केन्द्र को आश्वस्त किया कि कृषकों के लिए विभिन्न योजनाओं के लिए जिला प्रशासन हरसंभव आर्थिक मदद प्रदान करेगा एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यों एवं संचालित विभिन्न इकाइयों की सराहना की। वल्लरी चन्द्राकर ने भी किसानोपयोगी बहुमुल्य सुझाव दिए। डा पीके चन्द्राकर ने सभी सदस्यों द्वारा सुझाए गए सुझावों को कार्ययोजना में शामिल करने के लिए तीनों केन्द्रों को निर्देशित किए एवं किसानों की मार्केटिंग से संबंधित समस्याओं को सभी मंचों पर रखने का आश्वासन दिए। कुलपति डा चंदेल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, राज्य शासन, केन्द्र शासन एवं बीज निगम के साथ मिलकर एक बड़ी योजना लाने वाले हैं। कार्यक्रम में निदेशक विस्तार सेवाएं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक दीप्ति झा एवं ज्योति भट्ट ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डा साकेत दुबे एवं कार्यक्रम के अंत में कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ एसके वर्मा ने आभार व्यक्त किया।