गांव में शराब की अवैध बिक्री पर महिलाओं का फूटा गुस्सा
महासमुंद। जिले में जगह-जगह पर हो रही शराब की अवैध बिक्री को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग दोनों ही नाकाम नजर आ रही है। यही वजह है कि अब शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के लिए लोगों को ही सामने आना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला मुख्यालय से लगे ग्राम परसकोल में सामने आया है।
ग्राम परसकोल में लंबे समय से हो रही शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ गुरुवार को गांव की महिलाएं लामबंद हुई और भारी मात्रा में शराब पकडक़र उसे नष्ट किया। इधर, ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी कुछ शराब जब्त कर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की। जानकारी के मुताबिक गांव में हो रही अवैध शराब बिक्री से गांव का माहौल खराब हो गया था। गुरुवार को शराब के कारण गांव में माहौल अत्यधिक खराब होने से महिलाएं आक्रोशित हो गईं। उन्होंने शराब की अवैध बिक्री करने वाले घर में दबिश देकर भारी मात्रा में शराब जब्त की। इधर, महिलाएं गांव के रास्ते में शराब का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कीं और भारी मात्रा में शराब पकड़ीं और उसे गांव में लाकर नष्ट कर दिया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने महिलाओं की सूचना पर आरोपी महिला राजिमबाई से 6.840 लीटर देशी प्लेन शराब कीमती 3040 रुपए जब्त कर आबकारी एक्ट 34 (2) के तहत कार्रवाई की। शराब पकडऩे वालों में गेमन साहू और सरजू ध्रुव सहित महिला समूह की सुरेखा ध्रुव, विमला साहू, चैनी साहू, बुग्गा सतनामी, लीलाबाई धु्रुव, श्यामबाई ध्रुव, विमला ध्रुव सहित बड़ी संख्या में गांव की अन्य महिलाएं शामिल रही।
पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल?
मुख्यालय से लगे ग्राम परसकोल में त्योहर के मध्य हुई इस घटना ने जिले में पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशे के अवैध कारोबार पर की जाने वाले कार्रवाई की पोल खोल दी है। इधर, आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे है जो मुख्यालय में हो रही शराब की अवैध बिक्री पर कार्रवाई करने की बजाए मुख्यालय के बाहर जाकर कार्रवाई कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की कार्रवाई सिर्फ दिखावा नजर आती है। अगर सही तरह से कार्रवाई होती तो गांव की बात दूर है शहर में ही शराब का अवैध कारोबार बंद हो जाता।