महासमुंद। पुलिस विभाग द्वारा सड़क हादसे और उनमें होने वाली असमय मौतों को रोकने के लिए करीब पखवाड़ेभर पूर्व शुरू किया गया “जिंदगी न मिलेगी दोबारा” जनजागरण अभियान को करीब एक पखवाड़ा बीत चुका है। बावजूद इसके सड़क हादसों में किसी तरह की कमी नहीं आई है। रविवार को सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की मौत से एक बार फिर से हाईवे खून लाल हो गया।
जानाकरी के अनुसार रविवार सुबह 8 बजे पटेवा निवासी रुपेन्द्र तिवारी के सुपुत्र मुकेश त्रिपाठी (25) और छोटे भाई गिरिजाशंकर त्रिपाठी (21) बाइक से पटेवा से अपने मामा के घर ग्राम पचरी पारिवारिक कार्य से जाने के लिए निकले थे। ग्राम छिंदौली के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को पीछे से ठोकर मार दी जिससे दोनों गंभीर रुप से घायल हो गए। इसमें मुकेश की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गिरिजाशंकर की उपचार के लिए पिथौरा लेकर जाते समय रास्ते में मौत हो गई। घटना की सूचना पर पिथौरा पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। जिले में पिछले एक माह के भीतर 27 सड़क हादसों में 15 लोगों ने जान गंवाई है जबकि 15 लोग घायल हुए है। बता दें कि पुलिस ने पिछले माह 26 सितंबर को मुख्यालय स्थित शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर *जिंदगी न मिलेगी दोबारा जागरूकता* अभियान कार्यक्रम की शुरूआत की थी। इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें सड़क हादसे से होने वाली मौत की वजह बताते हुए इससे बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करने की अपील की थी। पर इस अभियान का असर सड़कों पर बिलकुल भी नजर नहीं आ रहा है। यातायात नियमों का पालन जनता तो दूर स्वंय पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी ही पूरी तरह से नहीं कर रहे है।
*स्टाफ को जारी किया जाएगा नोटिस*
यातायात शाखा के एसडीओपी राजेश देवांगन का कहना है कि अभियान लोगों को जागरूक करने के लिए किया गया है। नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ नियमित चालानी कार्रवाई की जा रही है। अगर स्टॉफ यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहा है तो उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा और नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए निर्देशित किया जाएगा।