अंत्योदय जागरण के लिए अनवरत जारी रहेगी पदयात्रा: पुरन्दर मिश्रा
2250 किमी की यात्रा में 602 गांवों तक संपर्क कर लगभग 18650 व्यक्तियों का नशा त्याग कराया
महासमुंद। राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के विचारों एवं आदशों के विस्तार के साथ ही पं. दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय की अवधारणा को जीवंत करने के उद्देश्य से पिछले 25 सालों से उनकी पदयात्रा इस वर्ष भी जारी रहेगी। उक्त बातें भाजपा नेता व पूर्व क्रेडा अध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा ने गुरुवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।
उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर इस वर्ष गांधी पदयात्रा का रजत जयंती के रुप में पच्चीसवां साल पूर्ण हुआ। देश में गांधीजी के विचारों एवं आदशों के विस्तार के साथ ही पं. दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय की अवधारणा को जीवंत करने की दिशा में यह एक छोटा सा प्रयास उनका रहा है। समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के आर्थिक उत्थान की परिकल्पना को लेकर पं. दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद का सिद्धांत दिया। अंत्योदय विकास को ध्येय बनाया। उनकी अवधारणा को आत्मसात कर यह पदयात्रा प्रेरणास्रोत पं.दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिन 25 सितंबर से शुरु की जाती रही है और समापन गांधी जयंती पर दो अक्टूबर को होता रहा है। बीते वर्ष इस पदयात्रा की रजत जयंती वर्ष पूरा हुआ है। पदयात्रा में व्यसन मुक्त समाज की कल्पना प्रमुख उद्देश्य है। उन्होने कहा कि 1997 से यह पदयात्रा अनवरत प्रतिवर्ष होता रहा है। अपरिहार्य कारणों से इस वर्ष गांधी पद यात्रा की तिथि बढ़ाई गई है। इस बार एक नवम्बर से छह नवम्बर तक पदयात्रा रहेगी। सात नवम्बर पदयात्रा का समापन परसवानी में भव्य कार्यक्रम के साथ होगा। पदयात्रा करिया ध्रुवा मंदिर से शुरू होगी।
समापन पर मेधावान छात्रों, समर्पित शिक्षकों, कोरोना वारियर स्वास्थ्य कर्मियों, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों समाज सेवकों सहित गणमान्य नागरिकों का सम्मान किया जायेगा। इस कार्यक्रम में विगत 25 वर्षों के गांधी पदयात्रा के सहयोगी साथियों का विशेष सम्मान किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में नशामुक्ति, व्यसन त्याग, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सामाजिक समरसता के
संदेशों के साथ ही ग्रामीण अंचल के सामाजिक, प्रशासनिक समस्याओं की ओर शासन का ध्यान आकर्षित कर उनके समाधान का प्रयास किया जाता है। शासन के विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं जैसे संपूर्ण स्वच्छता अभियान, उज्वला योजना, सर्व शिक्षा अभियान, सौर सुजला, जनधन योजना, आजीविका मिशन इत्यादि के बारे में जन जागरुकता लाने के अतिरिक्त क्षेत्र के विकास के अवरोधकों को चिन्हित कर उनके समाधान की दिशा में प्रयास करना भी है। कार्यक्रम के तहत अब तक लगभग 2250 किमी की यात्रा कर 602 गांवों तक संपर्क किया गया है। बताया कि लगभग 18650 व्यक्तियों का नशा त्याग कराया गया है। उन्होंने कहा कि पूरा फोकस युवाओं को नशे से दूर कराने पर होता है, क्योंकि वे देश के मजबूत भविष्य हैं। क्षेत्र के स्कूली छात्रों से नशा नहीं करने का शपथ लेने के कारण इस अभियान से अधिकाधिक संख्या में लोगों ने नशा त्याग किया है। इस अंचल में यह मात्र पदयात्रा न रहकर पदयात्रा उत्सव का रूप ले चुका है जिसके लिए क्षेत्र की जनता एवं कार्यकर्ताओं को पूरा श्रेय जाता है। प्रेसवार्ता में पूनम चन्द्राकर, प्रदीप चन्द्राकर, राजू सिन्हा, एतराम साहू उपस्थित रहे।
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